amit kale ias : 5 साल की कड़ी मेहनत के बाद मिली upsc परीक्षा में सफलता, आईएएस अधिकारी बनकर पूरा किया सपना
यूपीएससी की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा में से एक है। इस परीक्षा को वही लोग उत्तीर्ण कर पाते हैं, जिनके पास अन्य की तुलना में अलग क्षमता व रणनीति होती है। इस परीक्षा को उत्तीर्ण करना आसान नहीं है लेकिन जो लोग इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर लेते हैं वह लोगों के लिए एक मिसाल बन जाते हैं। आज के इस पोस्ट में हम एक ऐसे आईएएस ऑफिसर की सक्सेस स्टोरी लेकर आपके सामने आए हैं जिन्होंने अपनी अलग रणनीति के दम पर इस परीक्षा में सफलता हासिल की. कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास की बदौलत उन्होंने आईएएस ऑफिसर बनने का अपना सपना पूरा किया।इस आईएएस ऑफिसर का नाम अमित काले हैं। जानते हैं इनकी सफलता की कहानी के बारे में-
कौन हैं (amit kale ias) आईएएस अमित काले
अमित काले दिल्ली के रहने वाले हैं। इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा यहीं पर पूरी की।अमित का सपना एक आईएएस ऑफिसर बनने का था इसलिए ग्रेजुएशन के बाद ये इसकी तैयारी में जुट गए। यूपीएससी की परीक्षा के लिए अमित ने एक खास रणनीति बनाई थी। यूपीएससी का मटेरियल इकट्ठा करने के बाद उन्होंने सबसे पहले देखा कि उनके लिए कौन सा विषय सबसे आसान है। इसी के हिसाब से उन्होंने अपनी सब्जेक्ट लिस्ट तैयार की और आसान विषयों को पूर्ण करने के बाद कठिन विषयों की तैयारी शुरू की।
इनकी इस खास रणनीति का ही नतीजा था कि इन्हें यूपीएससी के प्रीलिम्स में लगातार 4 बार सफलता मिली। शुरुआती दो प्रयासों में यह फाइनल राउंड तक पहुंचने में असफल रहे।तीसरे प्रयास में ही उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा तो उत्तीर्ण कर ली लेकिन मनचाहा रैंक हासिल नहीं कर पाए जिसकी वजह से इन्हें आईएस की पोस्ट नहीं मिल पाई। इन्होंने प्रयास करना नहीं छोड़ा और आखिरकार चौथे प्रयास में सफलता इनके हाथ लग गई।
218वीं रैंक हासिल कर बने आईएएस अधिकारी
अमित ने साल 2018 में 212वीं रैंक के साथ यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की। इनके लिए यूपीएससी का सफर आसान नहीं था। लगातार पांच साल की कठिन परिश्रम के बाद इनका सपना पूरा हुआ। साल 2019 में उन्होंने फिर से प्रयास किया. फिर 102वीं रैंक हासिल कर बन आईएएस अधिकारी बन गए. अमित का मानना है कि यूपीएससी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को सबसे पहले अपनी क्षमता का आकलन करना चाहिए और उसके मुताबिक ही परीक्षा की तैयारी शुरू करनी चाहिए।
किसी और के स्ट्रेटजी कॉपी करने से बेहतर यह है कि खुद की स्ट्रेटजी बनाई जाए और उसके मुताबिक ही तैयारी शुरू की जाए। इनका मानना है कि यूपीएससी की परीक्षा में कई बार असफलता का सामना करना पड़ता है, अतः असफलताओं से निराश होने के बजाय दुगनी मेहनत से अगले प्रयास के लिए जुट जाना चाहिए, सफलता अवश्य हाथ लगती है।