ias utkarsh kumar : लाखों की नौकरी छोड़कर किया बचपन का सपना पूरा, आईएएस अधिकारी बनकर किया परिवार का नाम रोशन
ias utkarsh kumar : अगर कुछ करने की चाह हो तो सटीक रणनीति और मेहनत से सफलता हासिल की जा सकती है. आज हम आपको जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं उनका नाम उत्कर्ष कुमार हैं. उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन की बदौलत यूपीएससी परीक्षा में अच्छी खासी रैंक हासिल की और आईएएस अधिकारी बनने के सपने को पूरा किया.
पढ़ाई में अच्छा होने की वजह से उनकी अच्छे खासे पैकेज के साथ नौकरी लग चुकी थी लेकिन सिविल सेवा में काम करने की इच्छा के साथ उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की और सफलता हासिल की.आइए जानते हैं उत्कर्ष ने नौकरी छोड़कर यूपीएससी परीक्षा छोड़कर तैयारी करने का विचार कैसे किया और क्या रणनीति अपनाकर सफलता हासिल कर ली.
कौन हैं (ias utkarsh kumar) आईएएस उत्कर्ष कुमार
उत्कर्ष कुमार मूलरूप से झारखंड के हजारीबाग के रहने वाले हैं. मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले उत्कर्ष के पिता का नाम महेश कुमार वर्णवाल हैं. जो कि एक इंजीनियर के तौर पर कार्यरत हैं. वहीं मां जिला स्कूल में एक शिक्षिका हैं. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई हजारीबाग से ही पूरी की. हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई में उन्होंने अच्छे अंक हासिल किए. बचपन से ही पढ़ाई में अच्छा होने के कारण उन्होंने आईआईटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने का निश्चय किया. आईआईटी एंट्रेंस की परीक्षा में उन्होंने ऑल इंडिया 5वीं रैंक हासिल कर अपनी प्रतिभा के बारे में बता दिया.
आईआईटी में दाखिला के बाद उनकी एक अच्छी खासी कंपनी में नौकरी लग गई. यहां उन्हें 29 लाख का पैकेज ऑफर किया गया. यहां उन्होंने कुछ दिनों तक नौकरी की. उत्कर्ष बचपन से ही सिविल सेवा में नौकरी करके लोगों की मदद करना चाहते थे. नौकरी के कुछ दिनों बाद ही उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी के लिए परिवार से बात की. परिवार के सपोर्ट के बाद उन्होंने अच्छे खासे करियर को दांव पर लगाकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी.
पहले प्रयास में पूरा नहीं हुआ बचपन का सपना
उत्कर्ष ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए सबसे पहले तो इसके लिए सटीक रणनीति बना ली थी. इसके बाद सिलेबस को अच्छी तरह से समझकर तैयारी शुरू कर दी. यही नतीजा रहा कि उन्हें पहले प्रयास में सफलता तो हासिल हो गई. हालांकि रैंक कम होने के कारण उन्हें दोबारा तैयारी करने प्लान किया.
उत्कर्ष का मानना है कि यूपीएससी परीक्षा में हर सब्जेक्ट का बैलेंस बनाकर तैयारी करनी चाहिए. हर सब्जेक्ट को बराबर समय देना चाहिए और पकड़ मजबूत करनी चाहिए. पढ़ाई के साथ-साथ नोट्स बनाने के साथ आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस भी करते रहें. वे मानते हैं कि नियमित समयानुसार पढ़ाई करने से आसानी से सफलता हासिल की जा सकती है.
55वीं रैंक हासिल कर बनें IAS अधिकारी
पहली बार अच्छी रैंक ना हासिल हो पाने के कारण उन्होंने दोबारा प्रयास किया. इस बार उनकी मेहनत सफल हुई. साल 2020 में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 55वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनने के सपनों को पूरा किया. अपनी सफलता के लिए वो सबसे पहले तो अपने परिवार के सपोर्ट को सबसे बड़ी वजह मानते हैं.