Vishal singh ias : रोजाना 2 घंटे की पढ़ाई कर यूपी पुलिस का हवलदार बना IPS अधिकारी, यूपीएससी परीक्षा में हासिल की 242वीं रैंक
Vishal singh ias : यूपीएससी की परीक्षा में सफल होना आसान नहीं है। इस परीक्षा को पास करने में अभ्यर्थियों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अगर मन में विश्वास हो तो व्यक्ति राह में आई मुश्किलों को पार कर सफलता की मंजिल तक पहुंच ही जाता है। आज हम आपको एक ऐसे IAS अधिकारी की कहानी बताएंगे जो कभी हवलदार हुआ करते थे। लेकिन उन्होंने अपनी सच्ची लगन और मेहनत के दम पर ना सिर्फ अपनी पहचान बदली, बल्कि देश के कई युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन गए हैं।
इस आईएएस अधिकारी का नाम विशाल सिंह हैं। उन्होंने हवलदार की पोस्ट में नौकरी करते हुए यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की. कड़ी मेहनत और लगन की बदौलत उन्होंने अच्छी रैंक के साथ पास कर ली. आइए जानते हैं विशाल ने कैसे यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की.
कौन हैं (Vishal singh ias) आईएएस विशाल सिंह
विशाल सिंह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में रहने वाले हैं. यूपी पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। इनकी पोस्टिंग गोरखपुर जिले में हुई थी। यहां इनकी ड्यूटी सीओ कैंट की सुरक्षा करना था। विशाल भले ही कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं लेकिन बचपन से ही उनकी इच्छा एक आईएएस अधिकारी बनने की थी। कांस्टेबल की नौकरी मिल जाने के बाद विशाल ने अपने सपने को पूरा करने का फैसला लिया। अपने सपने को पूरा करने के लिए विशाल ने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
इन सब में सबसे खास बात यह थी कि यूपीएससी की तैयारी के लिए विशाल ने अपनी नौकरी को कभी नजरअंदाज नहीं किया। तैयारी के लिए उन्होंने कभी भी नौकरी से छुट्टी नहीं ली। एक तरफ वह सच्ची निष्ठा और ईमानदारी से अपनी नौकरी कर रहे थे, और दूसरी तरफ कड़ी मेहनत और सच्ची लगन के साथ यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे। अपनी कॉन्स्टेबल की ड्यूटी पूरी करने के बाद विशाल जब घर जाते थे तो, नियमित तौर पर 2 घंटे यूपीएससी की तैयारी के लिए समय दिया करते थे।
2 घंटे तैयारी कर मिली सफलता
यूपीएससी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए विशाल कहते हैं कि ये परीक्षा इतनी कठिन नहीं होती है कि उसमें सफलता हासिल न किया जा सके। इनका कहना है कि पॉजिटिव सोच के साथ किसी भी परीक्षा में सफल होने के लिए लगातार कोशिश करते रहनी चाहिए, सफलता अवश्य हाथ लगती है। विशाल सिंह की रुचि देश की आंतरिक सुरक्षा में थी। वो देश में आ रही कई चुनौतियों को दूर कर देश की सेवा करना चाहते हैं।
यूपीएससी की तैयारी के अपने अनुभव को साझा करते हुए विशाल ने बताया कि कॉन्स्टेबल की ड्यूटी के बाद उन्हें जो समय मिलता था, उसमें वह अपने यूपीएससी की तैयारी किया करते थे। नियमित तौर पर 2 घंटे यूपीएससी की तैयारी में लगाया करते थे। खुद को अपडेट रखने के लिए विशाल रोजाना अखबार पढ़ा करते थे। जिससे उन्हें देश विदेश से जुड़ी खबरें मिल जाया करती थी। विशाल का कहना है कि वह पहले सेना में जाना चाहते थे परंतु एनडीए की परीक्षा में उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने कांस्टेबल की नौकरी ज्वाइन की। और आज अपनी मेहनत के दम पर विशाल एक आईएएस ऑफिसर है।
242वीं रैंक हासिल कर बनें आईपीएस अधिकारी
आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और उनके आईएएस बनने का सपना पूरा हुआ। विशाल सिंह ने साल 2018 में सिविल सर्विस की ओर से आयोजित सेंट्रल आर्म्ड फोर्स (असिस्टेंट कमांडेंट) की परीक्षा पास की। यूपीएससी की परीक्षा में विशाल ने 242 वीं रैंक के साथ सफलता हासिल की। यूपीएससी में विशाल सिंह की सफलता से ना केवल विशाल सिंह का मान बढ़ा है. बल्कि उत्तर प्रदेश राज्य के पुलिस विभाग का मान बढ़ गया है।
विशाल सिंह की कहानी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है। अपनी किसी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़े बिना जिस तरह विशाल ने अपने सपने को पूरा किया, इससे आज के युवाओं को सीख लेनी चाहिए। आज के युवा जहां छोटी-छोटी मुश्किलों से भी अपनी राह से विचलित हो जाते हैं, ऐसे में विशाल सिंह की सफलता की कहानी युवाओं के मनोबल को ऊंचा रखने में सहायक होगी।