Vaibhav Gondane IFS : महज 22 साल की उम्र में पहले प्रयास में ही पास की यूपीएससी परीक्षा, IFS अधिकारी बनकर किया परिवार का नाम रोशन
Vaibhav Gondane IFS : वैसे तो संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। लेकिन इस परीक्षा को कुछ लोग पहली बार में ही क्रैक कर लेते हैं। इसके पीछे की वजह ये है कि वो मेहनत के साथ-साथ सही रणनीति और धैर्य के साथ अपनी तैयारी करते हैं। फिर सफलता उनके कदम चूमती है। सफलता की कहानी में आज हम जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बात करने जा रहे हैं, उनकी कहानी भी कुछ ऐसी ही है। इस IAS अधिकारी का नाम वैभव गोंडाने है।
वैभव की कहानी उन युवओं के लिए प्रेरणा हो सकती है जो ये मानते हैं कि देश की सबसे कठिन परीक्षा को पहले प्रयास में पास नहीं किया जा सकता है. वैभव ने कड़ी मेहनत की बदौलत ना सिर्फ इस परीक्षा में सफलता हासिल की बल्कि अच्छी रैंक के साथ इस परीक्षा को पासकर IFS अधिकारी भी बन गए. आइए जानते हैं उन्होंने किस रणनीति के तहत इस परीक्षा में सफलता हासिल की
कौन हैं (Vaibhav Gondane IFS) वैभव गोंडाने
वैभव गोंडाने मूल रूप से महाराष्ट्र के पुणे के रहने वाले हैं। वैभव बचपन ने बचपन में ही आईएएस बनने का सपना देख लिया था। हाईस्कूल में आते-आते उन्होंने UPSC को लेकर अपनी तैयारी भी शुरू कर दी थी। वैभव ने अपनी शुरुआती शिक्षा के बाद कॉलेज की पढ़ाई के दौरान भी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी लगातार जारी रखी।
वैभव का कहना है कि सिविल सर्विसेज एग्जाम के लिए मेहनत करने के अलावा सेल्फ मोटिवेशन बहुत जरूरी है। क्योंकि इसी के जरिए आप आगे बढ़ते चले जाते हैं। साथ ही परीक्षा की तैयारी के लिए बेहतर रणनीति और समर्पण की जरूरत होती है।
रणनीति और समर्पण के साथ पढ़ाई की
वैभव गोंडाने ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी स्ट्रेटजी बनाकर की। कब, क्या और कैसे पढ़ना है वैभव को इन सबका ज्ञान अच्छे से था। पढ़ाई के दौरान खुद को मोटिवेट कैसे करना है, ये भी वैभव अच्छे से जानते थे।
वैभव का मानना है कि UPSC की तैयारी 50-50 के फार्मूले से की जा सकती है। मतलब, 50 फीसदी तैयारी रीडिंग के जरिए जबकि 50 फीसदी तैयारी नोट्स मेकिंग, आंसर राइटिंग, मॉक टेस्ट और अखबार के जरिए की जा सकती है। इस तरह अगर तैयारी को दो हिस्सों में बांट दिया जाए तो बेहतर तैयारी हो सकती है।
पहली बार में बन गए यूपीएससी टॉपर
वैभव गोंडाने ने 2018 में अपना पहला UPSC अटेम्प्ट दिया था और पहली बार में ही उन्होंने ना सिर्फ ये परीक्षा पास की, बल्कि टॉपर्स की लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाया। महज 22 साल की उम्र में वैभव ने अपने पहले ही प्रयास में ऑल इंडिया (Vaibhav Gondane IFS) 25वीं रैंक हासिल कर IAS बनने के सपने को साकार कर दिखाया।
वैभव कहते हैं कि अगर सिविल सेवा परीक्षा को क्रैक करने का लक्ष्य आपने बनाया है, तो तन-मन से इसकी तैयारी में लग जाए और परीक्षा को हमेशा प्राथमिकता में रखें। सिलेबस के मुताबिक अपना स्टडी मैटेरियल तैयार करें और शेड्यूल बना कर पढ़ाई-लिखाई करें। एक बार जो पड़े उसका कई बार रिवीजन भी करें।