Tejasvi Rana IAS : परिवार का सपना पूरा करने के लिए बेटी ने इंजीनियरिंग छोड़कर की यूपीएससी परीक्षा की तैयारी, बनीं IAS अधिकारी
Tejasvi Rana IAS : यूपीएससी की परीक्षा देने वाले लोगों में अधिकतर वही होते हैं जो या तो बचपन से सिविल सेवा में जाना चाहते हैं या फिर उनका खुदका का निर्णय होता है. लेकिन आज हम आपको जिस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं. उन्होंने परिवार की सलाह या कहें ख़्वाहिश पर upsc की दौड़ में कदम रखा और उनके सपने को पूरा भी करके दिखाया। इस IAS अधिकारी का नाम तेजस्वी राणा है। IAS अधिकारी का स्तर ही ऐसा है कि वो हर किसी की चाहत बन जाता है.
यही कारण रहा कि बचपन से ही पढाई के क्षेत्र में तेजस्वी का प्रदर्शन देखते हुए परिवार को ऐसा लगा कि उन्हें इस रेस में भाग लेना चाहिए. तेजस्वी इंजिनीयरिंग की डिग्री हासिल कर चुकी थी और इंजिनीयर बन सकती थी लेकिन अपने परिवार के सपनों को साकार करने के लिए उन्होंने इंजीनियरिंग छोड़कर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. आखिर में उन्होंने अपने परिवार के सपनों को आईएएस अधिकारी बनकर पूरा किया.
कौन हैं (Tejasvi Rana IAS) तेजस्वी राणा
तेजस्वी हरियाणा के कुरुक्षेत्र की रहने वाली हैं। इनके पिता का नाम डॉ कुलदीप राणा है. वहीं इनकी मां का नाम डॉ सुनीता राणा है. दोनों ही पेशे से प्रोफेसर हैं। तेजस्वी बचपन से ही पढ़ने में बहुत अच्छी थी और 10वीं व 12वीं कक्षा में काफी अच्छे अंक हासिल किए.
बेसिक शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने IIIT- JEE का एग्जाम दिया और और काफी अच्छे अंकों से पास किया. IIT-JEE में अच्छे नंबर से पास होने के कारण कारण उन्हें IIT कानपुर में दाखिला मिल गया. जिसके बाद उन्होंने कानुपर IIT से अपनी इंजीनीयरिंग की। ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने का विचार किया. परिवार से बात कर तेजस्वी यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरु कर दी.
पहले प्रयास में नहीं मिली असफलता
तेजस्वी ने अपना पहला प्रयास साल 2015 में किया जिसमें उन्होंने प्रारंभिक परीक्षा तो पास कर ली लेकिन अच्छी तरह से तैयारी ना होने के कारण मेंस नहीं निकाल पायी। तेजस्वी ने बताया की उन्होंने तैयारी के समय सबसे पहले NCERT की तरफ रुख किया और अन्य अभ्यर्थियों को भी यही करने की सलाह दी। उनका मानना है कि ये किताबें आपका बेस मजबूत करती हैं और फिर आप स्टैंडर्ड किताबों की तरफ रुख कर सकते हैं।
तेजस्वी ने ये भी सलाह दी की पढ़ाई लगातार करते रहिये क्योंकि गैप आने से प्रवाह टूट जाता है और आगे के लिए समस्या खड़ी हो जाती है. वहीं, मॉक टेस्ट और आंसर राइटिंग पर भी फोकस करने की सलाह दी। तेजस्वी ने अपनी गलतियों पर काम किया और अगले ही साल फिरसे पूरी तैयारी के साथ परीक्षा देने बैठी जिसका परिणाम हमारे सामने है।
12वीं रैंक हासिल कर बनी IAS अधिकारी
अपने दूसरे प्रयास में तेजस्वी को परीक्षा के पैटर्न का पूरा अनुमान हो गया था और इस बार मेहनत भी दोगुनी थी। अपनी मेहनत, लगन और परिवार के आशीर्वाद से तेजस्वी ने परीक्षा पास कर ली और पूरे भारत में 12वीं रैंक हासिल कर के IASअधिकारी बनी। तेजस्वी अभी चित्तौड़गढ़ जिले की उपजिलाधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। तेजस्वी ने हाल ही में IPS अभिषेक से शादी कर ली.
तेजस्वी वर्तमान समय में तेजस्वी का सफल होना एक उदाहरण है कि यदि आप दृढ़ निश्चय कर लेते हैं तो सफ़लता भी आपके पास आना चाहती है और आप एक सफ़ल व्यक्ति कहला सकते हैं, भले ही उसमें थोड़ा समय लग सकता है, बस निरंतर मेहनत करते रहने की ज़रूरत है।