Koya Sree Harsha IAS : इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़कर शुरू की यूपीएससी परीक्षा की तैयारी, पहले प्रयास में बनें IAS अधिकारी
Koya Sree Harsha IAS : किसी भी कार्य में सफलता हासिल करने के लिए मन का मजबूत होना बेहद जरूरी है। जब भी कोई काम मन से किया जाता है, तो उसमें कामयाबी मिलनी आसान हो जाती है। UPSC की परीक्षा भले ही कठिन हो लेकिन जो अभ्यर्थी मन से इस परीक्षा की तैयारी करते हैं उन्हें सफल होने से कोई रोक नहीं पाता।
आज हम आपके लिए एक ऐसे ही कामयाब शख्स की कहानी लेकर आए हैं। हम बात करने वाले हैं IAS कोया श्री हर्षा की। उनकी कहानी का एक सीधा सार यहीं है कि सही रणनीति अपनाकर कड़ी मेहनत करने से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।
कौन हैं (Koya Sree Harsha IAS) कोया श्री हर्षा
कोया श्री हर्षा मूल रूप से तेलंगाना के रहने वाले हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई लिखाई तेलंगाना से ही हुई है। प्रारंभिक शिक्षा के बाद हर्षा ने NIT जमशेदपुर से प्रोडक्शन एंड इंडिस्ट्रियल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है। जिसके बाद हैदराबाद की एक बड़ी कंपनी में उन्होंने नौकरी भी की। 4 साल जॉब के बाद उनका झुकाव सिविल सेवा की तरफ हो गया और उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ते हुए तय किया कि वो UPSC की तैयारी करेंगे और IAS बनकर दिखाएंगे।
सिलेक्टिव स्टडी का जोखिम उठाया
सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने के लिए हर्षा तेलंगाना से दिल्ली आ गए। हर्षा के पास समय की कमी थी और लक्ष्य बहुत बड़ा था। ऐसे में तैयारी के लिए उन्होंने स्ट्रेटजी अपनाई। हर्षा बताते हैं कि उन्होंने UPSC की तैयारी करने के लिए सेलेक्टिव अप्रोच अपनाई।
हालांकि उन्होंने एक तरह से रिस्क भी लिया, क्योंकि वो एक ऐसी परीक्षा देने जा रहे थे जिसमें कहीं से भी कुछ भी पूछा जा सकता है। इसलिए सिलेक्टिव स्टडी करना उनके लिए जोखिम भरा फैसला रहा। फिर भी हर्षा इसी पैटर्न पर मेहनत करते चले गए।
पहले प्रयास में बन गए upsc टॉपर
कम समय होने के बावजूद कड़ी मेहनत और ईमानदारी से तैयारी करने का फल हर्षा को तुरंत मिल गया। 2017 में हर्षा ने अपना पहला UPSC अटेम्प्ट दिया था और पहले ही प्रयास में उन्होंने सफलता के झंडे गाड़ दिए। हर्षा ने ना केवल इस परीक्षा को पहली बार में पास किया, बल्कि ऑल इंडिया 6वीं रैंक लाकर टॉप भी मारा। इस तरह से हर्षा ने IAS बनने का अपना सपना पूरा किया।
अपनी सफलता के बाद हर्षा कहते हैं की UPSC की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को सबसे पहले एग्जाम के पैटर्न को समझते हुए सिलेबस को अच्छी तरह से जान लेना चाहिए। ताकि पता रहे कि क्या पढ़ना है और कितना पढ़ना है। हर्षा के मुताबिक सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी के शुरुआती दौर में NCERT की किताबें सबसे ज्यादा मददगार होती हैं। लेकिन एक बात ध्यान रखने वाली ये है कि तैयारी के दौरान किताबें सीमित रहें और जो पढ़ा है उसे बार-बार रिवाइज करते रहें। इससे आपके कांसेप्ट क्लियर होते रहेंगे।