ias shrestha anupam : पिता को नहीं मिली यूपीएससी परीक्षा में सफलता तो बेटे ने किया सपना पूरा, 19वीं रैंक पाकर बना आईएएस अधिकारी
ias shrestha anupam : मां बाप अपने बच्चों का हर सपना पूरा करने के लिए प्रयासरत रहते हैं. आज हम आपको जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे उन्होंने अपने पिता के सपनों को साकार किया. इस आईएएस अधिकारी का नाम श्रेष्ठ अनुपम है.
श्रेष्ठ के पिता यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे लेकिन सफलता ना मिलने के बाद उन्होंने अपने बेटे को इसी परीक्षा कि तैयारी करवाई. बेटे ने पिता के सपनों को पूरा करने की जिद ठान ली थी और उसे पूरा करके ही सांस ली. श्रेष्ठ यूपीएससी परीक्षा में टॉप रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बन गए हैं. आइए जानते हैं श्रेष्ठ ने कैसे ये सफलता हासिल की
कौन हैं (ias shrestha anupam) आईएएस श्रेष्ठ अनुपम
बिहार के भागलपुर के रहने वाले श्रेष्ठ अनुपम एक मिडिल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता सिविल सेवा में काम करना चाहते थे. लेकिन चार बार परीक्षा में असफल होने के बाद उन्हें अपने सपनों को छोड़ना पड़ा. लेकिन वो अपने बेटे को सिविल सेवा में आईएएस अधिकारी के पद पर देखना चाहते थे. यही वजह थी कि बचपन से ही पूरा परिवार श्रेष्ठ को सिविल सेवा में अधिकारी के तौर पर देखना चाहता था.
श्रेष्ठ की शुरुआती पढ़ाई सेंट जोसेफ में ICSE Board से हुई. शुरुआत से ही पढ़ाई में अच्छे होने के कारण उन्होंने 12वीं क्लास में पूरे जिले में टॉप किया. 12वीं की पढ़ाई के बाद उन्होंने IIT JEE की परीक्षा को क्लियर किया. साल 2018 में IIT Delhi से केमिकल इंजीनियरिंग में B.Tech की डिग्री हासिल कर ली. श्रेष्ठ ने आईआईटी से बीटेक इसलिए किया था ताकि सिविल सेवा में अगर वो सफल ना हो पाएं तो भी उनका करियर सुरक्षित रहे. ग्रेजुएशन कि डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी.
यूपीएससी परीक्षा में पहली बार में नहीं मिली सफलता
श्रेष्ठ अनुपम जब यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे तब वो दिन में 10 से 15 घंटे तक पढ़ाई किया करते थे. उन्होंने पहले प्रयास में खूब मेहनत की लेकिन उन्हें सफलता नहीं हासिल हुई. हालांकि पहली बार यूपीएससी की परीक्षा में असफल होने के बाद डिमोटिवेट होने की बजाय उन्होंने अपनी रणनीति बदल दी. श्रेष्ठ बताते हैं कि यूपीएससी के सिलेबस को उन्होंने पहले अच्छी तरह समझ लिया था, फिर तैयारी पर फोकस किया.
एनएससीआरटी की किताबें, न्यूज़पेपर और इंटरनेट की मदद से उन्होंने अपनी छोटी-मोटी समस्याएं हल की. वहीं, मेंस परीक्षा के लिए वो टॉपिक के आधार पर प्रैक्टिस करते थे. इंटरव्यू के लिए उन्होंने मॉक इंटरव्यू की भी तैयारी भी कर ली थी.
19वीं रैंक हासिल कर बने आईएएस अधिकारी
श्रेष्ठ अनुपम को यूपीएससी के दूसरे प्रयास की परीक्षा में सफलता हासिल हुई. इस बार उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 19वीं रैंक हासिल कर टॉप किया. वो कहते है कि शुरुआत में उनके माता पिता को यकीन ही नहीं हुआ की मात्र 3 साल की प्रैक्टिस में उनके बेटे ने सिविल सेवा की परीक्षा में टॉप किया है.
श्रेष्ठ अपनी सफलता का श्रेय अपने परिजनों और परिवार के सभी लोगों को देते हैं. वो कहते हैं कि अगर परिवार ने उन्हें स्पोर्ट ना किया होता तो आज उन्हें ये सफलता ना मिलती. फिलहाल उन्हें बिहार कैडर के लिए चुना गया है. सोशल नेटवर्किंग साइट इंस्टाग्राम पर वो अधिकतर एक्टिव रहते हैं.