Ias Saumya Sharma : बचपन में खो दी सुनने की शक्ति, 4 महीने की तैयारी कर यूपीएससी परीक्षा में हासिल की सातवीं रैंक बनी आईएएस अधिकारी
Ias Saumya Sharma : अगर किसी चीज़ को पूरे मेहनत और लगन के साथ किया जाए तो आप सारी समस्याओं का सामना करते हुए उसमें सफलता जरूर मिलती है . आज हम आपको जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं उन्हें भी अपने जीवन में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा. इसके बावजूद भी उन्होंने देश की सबसे कठिन परीक्षा को पहली ही बार में पास कर लिया. बचपन में ही सुनने की क्षमता खो देने वाली इस आईएएस अधिकारी का नाम सौम्या शर्मा है.
सुनने में अक्षम होने के बावजूद उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की. उन्होंने इस कठिन परीक्षा को ना सिर्फ पहली बार में पास किया बल्कि महज 4 महीनों की तैयारी में प्रीलिम्स परीक्षा को भी पास कर यूपीएससी परीक्षा में टॉप रैंक हासिल की. आइए जानते हैं सौम्या शर्मा ने मुश्किलों हालातों के बावजूद भी कैसे इस कठिन परीक्षा को पास किया.
कौन हैं (Ias Saumya Sharma) आईएएस सौम्या शर्मा
दिल्ली की रहने वाली सौम्या शर्मा एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं. सौम्या के परिवार में माता पिता दोनों डॉक्टरी के पेशे से हैं. उन्होंने अपनी बेसिक शिक्षा दिल्ली से ही की है. वो बचपन से ही पढ़ाई में काफी अच्छी थी. यही वजह थी कि उन्होंने हाईस्कूल और इंटमीडिएट की पढ़ाई में अच्छा स्कोर किया. 16 साल की सौम्या ने बहुत छोटी सी उम्र में ही सुनने कि क्षमता को खो दिया था. उनकी सुनने की क्षमता करीब 80-90 फीसद तक कम हो गई.
इसके बाद उन्हें साउंड एम्पलीफॉयर का सहारा लेना पड़ा. हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी करने के बाद साल 2017 में उन्होंने दिल्ली की नेशनल लॉ यूनवर्सिटी से एलएलबी को पढ़ाई पूरी की. एलएलबी की पढ़ाई के दौरान उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में बैठने का फैसला किया जिसके लिए उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी एलएलबी की पढ़ाई के दौरान शुरू कर दी.
4 महीने के भीतर ही प्रीलिम्स की परीक्षा को क्वालीफाई किया
सौम्या शर्मा ने यूपीएससी परीक्षा को ना सिर्फ पहले ही प्रयास में पास कर लिया बल्कि महज 4 महीने के भीतर ही प्रीलिम्स की परीक्षा को क्वालीफाई किया वो कहती हैं जिस दिन उन्हें परीक्षा देने जाना था तभी उन्हें बहुत तेज वायरल फीवर आ गया. बुखार इतना ज्यादा था कि परीक्षा के दौरान उनके सामने अंधेरा सा छा गया. उस दौरान उन्होंने चॉकलेट खाकर परीक्षा पास की. वो कहती हैं परीक्षा की तैयारी इतनी अच्छी थी कि उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा.
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं को वो सलाह देती हैं कि इस तैयारी में कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा रिवीजन करें. इसके साथ ही अपनी किताबों के चयन में काफी सावधानी बरतनी चाहिए. किताबों के सही चयन के बाद कोशिश करें कि उन्हीं किताबों से तैयारी करें. इसके अलावा जनरल नॉलेज के लिए रोजाना अखबार पढ़ते रहे. सौम्या ने अपने ऑप्शनल सब्जेक्ट में लॉ ले रखा था. इसलिए उन्हें ज्यादा परेशानी नहीं हुई.
यूपीएससी परीक्षा में 7वीं रैंक हासिल कर बनीं आईएएस अधिकारी
कड़ी मेहनत और लगन से उन्होंने साल 2017 में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर ली. साल 2017 में सौम्या ने पूरे देश में सातवीं रैंक हासिल की. अच्छी रैंक हासिल करने की वजह से उन्हें आईएएस अधिकारी बनने का मौका मिल गया. उनकी इस सफलता से पूरे परिवार में खुशी का माहौल हो गया.
फिलहाल वो दिल्ली में उप मजिस्ट्रेट के तौर पर कार्यरत हैं. सौम्या की सफलता उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो मुश्किल हालातों में मेहनत करना छोड़ देते हैं. उन्होंने अपने लक्ष्य को पाने के लिए ना सिर्फ कड़ी मेहनत की. बल्कि मुश्किल समय में भी खुद को संभाला और अपने सपनों को पंख दिया.