IAS Rishabh : अच्छी खासी नौकरी छोड़कर शुरू की यूपीएससी परीक्षा की तैयारी, 2 बार फेल होकर बने आईएएस अधिकारी
IAS Rishabh : असफलता से सीख लेकर जो शख्स अपनी कमियों को सही करता है. सफलता उस सख्स को जरूर मिलती है. आज जिस आईएएस अधिकारी के बारे में हम आपको बताने जा रहे, उन्होंने दो बार असफलता का सामना करके सबक लिया, अपनी कमियों को सुधारा और आज वो सफल आईएएस अधिकारी हैं. इस आईएएस अधिकारी का नाम ऋषभ सी. ए. हैं. आइए जानते हैं कैसे उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की.
कौन हैं (IAS Rishabh) आईएएस ऋषभ
ऋषभ तमिलनाडु में चेंगलपट्टू के रहने वाले है. उन्होंने बहुत की छोटी सी उम्र में आईएएस परीक्षा की सफलता हासिल की. शुरुआत से ही पढ़ाई में अच्छा होने के कारण उन्हें यूपीएससी परीक्षा करने का फैसला किया. हाईस्कूल और इंटरमीडएट की परीक्षा में उन्होंने अच्छे अंक हासिल किए.
उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन के अपनी ग्रेजुएशन पूरी की. ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद उनकी एक जानी मानी कंपनी में नौकरी लग गई. इस दौरान उन्होंने यूपीएससी करने का विचार किया और इस परीक्षा कि तैयारी शुरू कर दी. यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की शुरुआत में उन्हें असफलता का सामना करना पड़ा.
यूपीएससी परीक्षा में मिली दो बार असफलता
जब उन्होंने यूपीएससी परीक्षा कि तैयारी शुरू की तो उन्होंने सही रणनीति से पढ़ाई नहीं की. जिस कारण उन्हें 2 बार असफलता का सामना करना पड़ा. इस दौरान उन्होंने अपना हौसला नहीं छोड़ा और परीक्षा के लिए प्रयास करते रहे. एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया था कि यूएसपीसी परीक्षा में बेसिक नॉलेज होना बहुत ज़रूरी होता है.शुरुआत में कम जानकारी के चलते उन्हें असफलता देखनी पड़ी
23वीं रैंक हासिल कर यूपीएससी परीक्षा में बने टॉपर
ऋषभ जब असफल हुए तो उन्होंने अपनी कमियों पर काम किया. उन्होंने यूपीएससी का सिलेबस फिर से देखा और पिछले कई सालों के प्रश्नपत्रों को देखा. जिसके बाद ऋषभ में पढ़ाई की रणनीति बदली और फिर से तीसरी बार प्रयास किया. इस बार उन्हें सफलता हासिल हुई. 23वीं रैंक से उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास कर ली. फिलहाल वो कन्याकुमारी जिले में असिसटेंट कलेक्टर के तौर पर कार्यरत हैं. साल 2018 में उन्होंने दूसरे पेपर में सबसे अधिक अंक भी हासिल किए थे.
उनकी सफलता यूपीएससी की तैयारी करने वाले युवाओं को बताती है कि अगर असफल हो रहे हैं तो अपनी रणनीति में बदलाव करना चाहिए. इसके साथ अपनी कमियों पर काम भी करना चाहिए.