IAS Rahul Bhat : अच्छी खासी नौकरी छोड़कर शुरू की यूपीएससी परीक्षा की तैयारी, IAS अधिकारी बनकर किया सपना पूरा
IAS Rahul Bhat : यूपीएससी परीक्षा को पास करने के लिए हम छोटी छोटी गलतियां कर देते हैं। जो हमारी असफलता का कारण बनती हैं। ऐसे में जरुरत होती है अपनी गलतियों को पहचानकर उन्हें सुधारने की। और अगर आप ऐसा करते हैं तो आप अपने लक्ष्य तक पहुंच ही जाते हैं। यूपीएससी परीक्षा को पास करना इतना आसान तो नही है लेकिन इतना मुश्किल भी नहीं कि आप इसे न कर सकें। बस आपको जरुरत होती है सही रणनीति और बेहतर तैयारी की।
आज हम आपको राहुल भट्ट के बारे में बताएंगे जिन्होंने अपने पहले प्रयास में मिली असफलता से सीख लेकर दूसरे प्रयास में यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में सफलता हासिल कर ली। इतना ही नहीं इस परीक्षा में अच्छी खासी रैंक हासिल कर अपने सपनों को साकार किया. आइए जानते हैं राहुल भट्ट ने कैसे इस परीक्षा में सफलता हासिल की
कौन हैं आईएएस (IAS Rahul Bhat) राहुल भट्ट
मूलरूप से जम्मू-कश्मीर के ऊधमपुर से ताल्लुक रखने वाले राहुल का बचपन दिल्ली में गुजरा हैं. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई दिल्ली से ही पूरी की। शुरुआती शिक्षा हासिल करने के बाद उन्होंने पुणे के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्हें एक कंपनी में जॉब मिल गई।
जहां उन्होंने लगभग डेढ़ साल तक काम किया इसके बाद उनके मन में सिविल सेवा परीक्षा देने का विचार आया। और उन्होंने यूपीएससी परीक्षा देने का फैसला किया। कुछ कारणों के चलते राहुल नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारियों में जुट गये।
दूसरे प्रयास में मिली सफलता
राहुल ने 2016 में पहली बार यूपीएससी का एग्जाम दिया। जिसमें उन्होंने प्रीलिम्स की परीक्षा तो पास करली थी लेकिन मेन्स में वे 2 नंबर से रह गये थे। जिससे उन्हें अपने पहले प्रयास में सफलता नहीं मिल पाई। लेकिन राहुल ने हार नहीं मानी और अपनी गलतियों से सीख ली। यूपीएससी टॉपर राहुल भट्ट का मानना है कि इस परीक्षा में बेहतर रैंक हासिल करने में पर्सनैलिटी टेस्ट का बहुत ही खास महत्व होता है। कुछ लोगों का मानना है कि पर्सनेलिटी टेस्ट में कुछ भी पूछा जा सकता है। जिससे अधिकतर लोग नर्वस रहते हैं।
राहुल का कहना है कि कई बार ऐसा होता है कि, कैंडिडेटस् हॉबी में कुछ भी लिख देते हैं लेकिन यहां ऐसा बिल्कुल न करें। ऐसे में दिखावा न करें और कुछ भी भऱने की जगह उस कॉलम को खाली छोड़ दें। कहने का मतलब है कि फॉर्म में वहीं चीजें भरें जो आपकी पर्सनेलिटी का सच बताती हों। और उन्हें पूरी तरह तैयार करलें। जैसे कि, अगर आपकी कोई सिम्पल हॉबी है- वॉकिंग, रनिंग आदि तो उसकी भी पूरी जानकारी इकट्ठी कर लें। कुछ भी लिख देना या झूठ बोलना जैसे प्रयास बिल्कुल न करें। इससे आपकी छवि पर गलत असर पड़ता है।
68वीं रैंक हासिल कर बनें IAS अधिकारी
कड़ी मेहनत और लगन की बदौलत उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 68 वीं रैंक हासिल की. उन्होंने राहुल भट्ट इंटरव्यू को पर्सनैलिटी टेस्ट का नाम देते हुए कहते हैं कि, इसमें आपका चीजों को देखने का तरीका, आपकी पसर्नेलिटी, बात करने का तरीका, अपनी बात रखने का ढ़ंग, इंकार करने का तरीका आदि सब चेक किया जाता है। इसलिए पर्सनेलिटी टेस्ट से पहले कुछ मॉक इंटरव्यूज देकर प्रैक्टिस जरुर करलें। जिससे अगर कोई गलती हो तो उसको सुधारा जा सके। राहुल के अनुसार सॉरी शब्द आपकी कमजोरी दर्शाता है। इसलिए बात-चीत के समय कोशिश करें कि सॉरी न बोलें। और इंटरव्यू में पूरे आत्मविश्वास के साथ ही अंदर जाएं।