gunjan singh ias : IAS अधिकारी बनने के लिए ठुकराई अच्छी खासी नौकरी, 2 बार हुई फेल फिर 16वीं रैंक हासिल कर बनीं यूपीएससी टॉपर
igunjan singh ias : कहते हैं सफलता या फिर असफलता आपकी आंतरिक शक्ति पर निर्भर करती है. आज हम जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बात करने जा रहे हैं. उन्होंने तीसरे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की. इतना ही नहीं उन्होंने अच्छी खासी नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी करने का रिस्क लिया. इस आईएएस अधिकारी का नाम गुंजन सिंह है.
उन्होंने एक साक्षात्कार में बताया था की जीवन में कई बार आपको निराशा का सामना करना पड़ता है लेकिन ये आप पर निर्भर करता है कि आप इस चक्रव्यू से कैसे बाहर निकलेंगे. तीसरी बार में यूपीएससी परीक्षा में गुंजन सिंह ने ना सिर्फ सफलता हासिल की. बल्कि उन्होंने इस परीक्षा को अच्छी रैंक के साथ टॉप भी किया. आइए जानते हैं गुंजन सिंह ने कैसे यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को पास कर युवाओं के लिए एक नजीर पेश की है.
कौन है (gunjan singh ias) आईएएस गुंजन सिंह
गुंजन सिंह उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर की रहने वाली हैं. गुंजन सिंह एक मध्यम परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उनके पिता का नाम बाबूराम वर्मा है. माता का नाम मनोरमा कटिहार है. पिता जल विभाग में सहायक अभियंता के तौर पर कार्यरत है. वही, मां GGIC कॉलेज सिंहपुर में अध्यापिका हैं. गुंजन की शुरुआती पढ़ाई कानपुर में ही हुई. उन्होंने डॉ वीरेंद्र स्वरुप एजुकेशन से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी की. शुरुआत से ही पढ़ाई में काफी अच्छी थी. यही वजह थी कि हाई स्कूल में उन्होंने 96.8 फीसद अंक हासिल किए और इंटरमीडिएट की परीक्षा में उन्हें 95 फीसद अंक हासिल हुए.
बेसिक शिक्षा पूरी करने के बाद गुंजन ने आईआईटी का एग्जाम दिया. जहां उन्हें सफलता मिल गई और उन्होंने आईआईटी रुड़की से अपनी बीटेक की पढ़ाई पूरी की. बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद गुंजन ने सिटी बैंक में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम करना शुरू कर दिया. गुंजन बताती हैं कि जब वह आईआईटी कि पढ़ाई कर रही थी तब उन्हें एनएसएस के जरिए गांव में बच्चों को पढ़ाने का मौका मिला. इस दौरान उन्हें गांव की परेशानियों को करीब से समझने का मौका मिला.
बस फिर क्या था, गुंजन ने अच्छी खासी नौकरी छोड़ दी और यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी में जुट गई. उन्होंने अपने जीवन का लक्ष्य बनाया कि वह आईएएस अधिकारी बनकर गांव के लोगों की मदद करेंगी.
यूपीएससी परीक्षा में असफलता से नहीं हुईं निराश
गुंजन बताती है कि शुरुआत में उन्हें यूपीएससी परीक्षा के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी. यही वजह थी की गुंजन को पहली बार असफलता का सामना करना पड़ा. पहले प्रयास में वो प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाई थी. पहले प्रयास में असफलता का सामना करने के बाद उन्होंने दोबारा कोशिश की. इस बार उन्होंने प्रीलिम्स और मेंस की परीक्षा तो पास कर ली लेकिन इंटरव्यू में वह फिर से असफल हो गई.
दो बार असफलता का सामना करने के बाद गुंजन को थोड़ी बहुत निराशा हुई. लेकिन परिजनों और अध्यापकों की गाइडेंस के बदौलत उन्होंने फिर से अपना हौसला जुटाया. इस दौरान उन्होंने मोटिवेशन के लिए इंटरनेट का सहारा लिया. उन्होंने कई आईएएस अधिकारियों की परीक्षा की स्ट्रेटजी को समझने की कोशिश की. इससे उन्हें मोटिवेशन मिला और फिर से उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में तीसरी बार प्रयास किया.
16वीं रैंक हासिल कर यूपीएससी परीक्षा में किया टॉप
गुंजन ने तीसरे प्रयास में अपनी रणनीति बदली और फिर से कोशिश की. इस बार उन्हें यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल हो गई. उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल का टॉप किया. उनकी इस सफलता के बाद माता-पिता बहुत खुश हुए. यूपीएससी परीक्षा में टॉप करने वाली गुंजन बताती हैं कि इस परीक्षा में अगर आप बुनियादी चीजों को प्लान कर तैयारी करते हैं तो यह परीक्षा आसान लगने लगती है. इसके अलावा ये परीक्षा एक मैराथन की तरह है जिसमें आपको लगातार कोशिश करते रहना है. अगर आप इस परीक्षा में प्रयासरत रहते हैं तो आपको सफलता जरूर मिलती है.