Raunak Agarwal IAS : यूपीएससी परीक्षा में नहीं मिली सफलता तो दादी ने बढ़ाया हौसला, 13वीं रैंक हासिल कर बनें IAS अधिकारी

Raunak Agarwal IAS : यूपीएससी परीक्षा में नहीं मिली सफलता तो दादी ने बढ़ाया हौसला, 13वीं रैंक हासिल कर बनें IAS अधिकारी

aunak Agarwal IAS : सफलता और असफलता के बीच एक छोटी सी लकीर है। इस लकीर के उस तरफ सफलता और इस तरफ असफलता की जमीन है। कड़े परिश्रम के बल पर इस लकीर को पार कर सफलता के झंडे गाड़े जा सकते हैं। लेकिन यह इतना आसान भी नहीं है। जब तक सफलता ना मिल जाए तब तक धैर्य बनाकर रखना भी एक बड़ा काम है। इसी से जुड़ी आज की हमारी सफलता की कहानी भी है।

आज हम जिस आईएएस अधिकारी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं उनका नाम रौनक अग्रवाल है। रौनक बचपन से ही अपने स्कूल में टॉपर रहते थे लेकिन जब उन्होंने यूपीएससी परीक्षा दी तो उन्हें कई बार असफलता का सामना करना पड़ा. लगातार असफलता मिलने पर वो निराश जरूर हुए लेकिन उन्होंने अपना हौसला नहीं खोया. आखिर में उन्हें देश की सबसे कठिन परीक्षा में सफलता मिल गई. रौनक की कहानी आज के तमाम युवाओं के लिए प्रेरणा हो सकती है. आइए जानते हैं रौनक के रोचक सफर के बारे में

कौन हैं (Raunak Agarwal IAS) रौनक अग्रवाल

रौनक अग्रवाल मूल रूप से पश्चिम बंगाल के कोलकाता के रहने वाले हैं। व्यापारी परिवार से आने वाले रौनक की शुरुआती पढ़ाई लिखाई कोलकाता से ही हुई है। बचपन से ही ब्राइट स्टूडेंट होने की वजह से रौनक हमेशा ही परीक्षाओं में टॉप करते रहे हैं।

Raunak Agarwal IAS : यूपीएससी परीक्षा में नहीं मिली सफलता तो दादी ने बढ़ाया हौसला, 13वीं रैंक हासिल कर बनें IAS अधिकारी 1

प्रारंभिक शिक्षा के बाद रौनक ने B.Com किया है और उसमें गोल्ड मेडल जीता है। ग्रेजुएशन के बाद रौनक ने चार्टर्ड अकाउंटेंट की पढ़ाई की है। CA के एग्जाम में रौनक ने ऑल इंडिया 5वीं रैंक हासिल की। रौनक बताते हैं कि उनके दादाजी ने उन्हें IAS बनने की प्रेरणा दी थी। जिससे प्रभावित होकर उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू की।

दो असफलताओं ने तोड़कर रख दिया

हमेशा से टॉपर रहे रौनक अग्रवाल का UPSC सफर आसान नहीं रहा। रौनक ने इस परीक्षा के लिए काफी मेहनत की। रात दिन पढ़ाई करने के बाद उन्होंने जब अपना पहला UPSC अटेम्प्ट दिया तो वो नाकाम हो गए। पहली असफलता के बाद उन्होंने हार नहीं मानी और पढ़ाई जारी रखी। जिसके बाद रौनक ने दूसरा प्रयास किया। इस बार भी में उन्हें असफलता हाथ लगी। लगातार दो बार की कोशिशों में रौनक प्री एग्जाम तक क्लियर नहीं कर पाए थे।

ऐसे में निराश होना लाजमी था। असफलताओं ने मानो रौनक को तोड़कर रख दिया था। फिर भी रौनक ने नकारात्मकता को अपने ऊपर ज्यादा हावी नहीं होने दिया। उन्होंने एक बार फिर हिम्मत जुटाई और पिछली बार की कमियों को दूर करते हुए जमकर परीक्षा की तैयारी की।

…और एक बार फिर बन गए टॉपर

निरंतर कठिन परिश्रम के चलते रौनक ने सिविल सेवा परीक्षा में कामयाबी दर्ज कराई। 2019 में उन्होंने ऑल इंडिया (Raunak Agarwal IAS) 13वीं रैंक हासिल की और इस तरह रौनक में अपने IAS बनने का सफर पूरा किया। रौनक अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार वालों और दोस्तों को देते हैं। रोनक बताते हैं कि लगातार 2 असफलताओं के बाद उन्होंने डिसाइड कर लिया था कि अगर तीसरे प्रयास में उन्हें सफलता नहीं मिली तो वो अपने पारिवारिक बिजनेस में शामिल हो जाएंगे। हालांकि थर्ड अटेंप्ट में रौनक ने ना सिर्फ परीक्षा पास कर ली, बल्कि टॉपर भी बन गए।

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